युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज नई दिल्ली में Y20 समिट इंडिया के कर्टेन रेजर इवेंट में Y20 समिट की थीम, लोगो और वेबसाइट को लॉन्च किया है. भारत पहली बार Y20 समिट की मेजबानी कर रहा है.
Y20 Summit: युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज नई दिल्ली में Y20 समिट इंडिया के कर्टेन रेजर इवेंट में Y20 समिट की थीम, लोगो और वेबसाइट को लॉन्च किया है. भारत पहली बार Y20 समिट की मेजबानी कर रहा है.
इसके आयोजन का मुख्य फोकस विश्व भर के यंग लीडर को एक प्लेटफार्म पर लाना और बेहतर भविष्य के लिये एक लिए एक बेहतर एजेंडा तैयार करना है.
क्या है Y20 समिट?
Y20, G20 के तहत एक ऑफिसियल यंग ग्रुप है, जो G20 देशों के युवाओं को एक बेहतर प्लेटफार्म प्रदान करता है.
इस यूथ20 इंगेजमेंट ग्रुप में भारत का मुख्य फोकस G20 सहित विश्व के युवा लीडरों को एक मंच प्रदान करना है, जहाँ से वह अपने विचारों का आदान प्रदान कर सके.
Y20 समिट इंडिया, हाइलाइट्स:
इस आयोजन के तहत पॉलिसी रिकमेन्डेशन को Y20 शिखर सम्मेलन में सार्वजनिक रूप घोषित किया जाता है. साथ ही इसे G20 समिट के दौरान वर्ल्ड लीडर के सामने प्रस्तुत किया जाता है.
अगले 8 महीनों के दौरान भारत में मुख्य Y20 समिट इंडिया से पहले, देश के विभिन्न राज्यों के विश्वविद्यालयों में युवाओं से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे साथ ही यूथ-20 से सम्बंधित पांच विषयों पर कई कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.
भारत की अध्यक्षता के दौरान Y-20 की एक्टिविटी ग्लोबल यूथ लीडरशिप और साझेदारी पर केंद्रित होंगी.
Y20 समिट का उद्देश्य:
Y20 समिट का मुख्य उद्देश्य विश्वस्तर पर यूथ इंगेजमेंट को बढ़ावा देना है. इस मंच से G20 देशों के यूथ सहित भारत द्वारा आमंत्रित गेस्ट कंट्री के यूथ भी अपने विचारों और अनुभवों को साझा कर सकेंगे.
ऐसे कार्यक्रमों के योजना से यूथ जनरेशन में लीडरशिप का विकास होगा, जो उन्हें आगे चलकर अपने देश या किसी बड़े संगठन के नेतृत्व के लिए तैयार करेंगे.
भारत की G20 की अध्यक्षता:
वर्ष 2023 में भारत G20 की अध्यक्षता कर रहा है. जिसके तहत भारत में G20 के मुख्य आयोजन के ईतर विभिन्न अन्य सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है. इन्ही आयोजनों के तहत Y20 समिट का भी आयोजन किया जायेगा.
भारत की G-20 की अध्यक्षता ‘अमृतकाल’ के प्रारंभ का भी प्रतीक है. अमृतकाल 15 अगस्त 2022 को भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ से शुरू हुआ है. जो 25 साल की अवधि यानी स्वतंत्रता की शताब्दी वर्ष तक मनाया जाएगा.